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स्वस्थ रहने का मतलब सिर्फ कभी कभार सलाद खाना या कुछ हफ़्तों में एक बार टहलने के लिए जाना नहीं है |

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स्वस्थ रहने का मतलब सिर्फ कभी कभार सलाद खाना या कुछ हफ़्तों में एक बार टहलने के लिए जाना नहीं है |

आपको अपनी तरफ से थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन आपकी सेहत से बढ़कर तो कुछ भी नहीं है | एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए, नियमित रूप से स्वस्थ खाएं, व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और सफाई रखें | आपको कुछ बुरी आदतें जैसे, फेड डाइटिंग और पर्याप्त नहीं सोने से भी बचना चाहिए | जीवन शैली (लाइफस्टाइल) में बदलाव लाने के लिए आपको थोड़ा सा सुधार करना पड़ेगा, पर स्वास्थ्य में परिवर्तन तभी हो सकता है जब आप मेहनत करने को तैयार हों |[१]




1. ऐसे फूड्स



का चुनाव करें जिनमें अन्हेल्दी फेट्स न्यूनतम मात्र में हों: अन्हेल्दी फेट्स में दोनों ट्रांस और सैचुरेटेड फेट्स शामिल होते हैं | इन फेट से आपका LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, और इसका मतलब है हार्ट डिजीज की सम्भावना बढ़ना |[२]
जिन फ़ूड में ट्रांस फेट्स ज्यादा होता है उनमें वह आइटम्स जैसे शोर्टेनिंग या मार्जेरीन शामिल हैं जिनमें “पर्शिअली हाइड्रोजनेटेड ऑयल्स” होते हैं | बेक्ड फूड्स, फ्राइड फूड्स, फ्रोजेन पिज़्ज़ा, और अन्य प्रोसेस्ड फ़ूड इनमें सब में अधिकतर ट्रांस फैट होता है |[३]
इन सैचुरेटेड फैट्स से भरे पदार्थों में पिज़्ज़ा, चीज़, रेड मीट और फुल फैट डेरी प्रोडक्ट शामिल हैं |[४] कोकोनट आयल में भी सैचुरेटेड फैट ज्यादा होता है, पर उससे गुड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ सकता है, इसलिए उसे हिसाब से इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं है |[५]

2 हेल्दी फैट्स भी हिसाब से खाएं:


पोली-अनसैचुरेटेड, मोनो-अनसैचुरेटेड और ओमेगा-3 फैट्स सभी स्वस्थ जीवनशैली के लिए उचित विकल्प हैं | ये फैट्स आपका एल डी एल कोलेस्ट्रॉल कम करके एच डी एल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हैं जिससे हार्ट डिजीज की सम्भावना कम होती है |[६]
ओलिव, केनोला, सोया, पीनट, और कॉर्न आयल का चुनाव करें |[७]
फिश में ओमेगा 3 फैटी एसिड काफी ज्यादा होता है | सैलमन, टूना, ट्राउट, मैकरील, सारडाइन और हेरिंग के बीच चुनाव करें | आप ओमेगा 3 को पौधों से जैसे फ्लेक्ससीड, प्लांट ऑयल्स, और नट्स और सीडस से भी पा सकते हैं हांलाकि आपका शरीर इनको जल्दी नहीं पचा पता |[८]

3. ऐसे फूड्स चुनें जिनमें शुगर और हाइली रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स कम हो:


मिठाई, सॉफ्ट ड्रिंक, ज्यादा मीठे फ्रूट जूस और सफ़ेद ब्रेड का सेवन कम करें | इनके स्थान पर फलों, ताज़े बनाये जूस और व्होल ग्रेन ब्रेड का चयन करें आपको अपनी तरफ से थोड़ी मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन आपकी सेहत से बढ़कर तो कुछ भी नहीं है | एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए, नियमित रूप से स्वस्थ खाएं, व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और सफाई रखें | आपको कुछ बुरी आदतें जैसे, फेड डाइटिंग और पर्याप्त नहीं सोने से भी बचना चाहिए | जीवन शैली (लाइफस्टाइल) में बदलाव लाने के लिए आपको थोड़ा सा सुधार करना पड़ेगा, पर स्वास्थ्य में परिवर्तन तभी हो सकता है जब आप मेहनत करने को तैयार हों

4. प्रोसेस्ड फ़ूड खाने के बजाय विभिन्न प्रकार के व्होल फ़ूड खाएं:


व्होल फ़ूड में कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन्स, फेट्स और अन्य पदार्थों का सही समन्वय होता है |
हाई विटामिन और मिनरल की मात्रा के लिए फलों और सब्जियों का सेवन करें | कैंड सब्जियों और फलों जिनमें काफी सारा चीनी और नमक हो उसके बजाय खूब सारे ताज़े फल और सब्जियां खाएं |
प्रोटीन के लिए लीन मीट, बीन्स और टोफू का सेवन करें |
व्होल ग्रेन जैसे व्होल व्हीट ब्रेड और पास्ता, ब्राउन राइस और कुइनो का मज़ा लें |
लो फेट डेरी प्रोडक्ट खाएं | स्किम दूध और कम फैट वाले चीज़ आपका फैट सेवन कम करेगी और ये भी सुनिश्चित करेगी की आपको कैल्शियम भरपूर मात्रा में मिले |

5. आर्गेनिक फूड्स को प्राथमिकता दें:



किसी नेचुरल फ़ूड स्टोर या लोकल फार्मर मार्किट से सामान खरीदें। आर्गेनिक फ़ूड ज्यादा पोष्टिक नहीं होते हैं, पर उनमें कीटनाशक या फ़ूड अडीटीव्स नहीं होते हैं | आम तौर पर वह पर्यावरण और पृथ्वी के लिए भी सही होते हैं |[११]
अगर आपको कीमत की चिंता है तो सिर्फ कुछ आर्गेनिक सामान जैसे सेब, बेर्री, स्टोन फ्रूट (पीचेस, नेक्टारींस) अंगूर, सेलरी, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियां, आलू और लेटेउस इत्यादि खरीदें |[१२] इन सब्जियों और फलों में साधारण उपज के समय बाकियों से ज्यादा कीटनाशक इस्तेमाल होता है |

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